अनूप नारायण सिंह
पटना : बिहार के लोग भीषण गर्मी से परेशान हो चुके हैं। अब सभी की नजरें मानसून के आगमन के साथ बारिश पर टिकी हुई है। इसी कड़ी में अब मौसम विभाग की तरफ से बड़ी जानकारी सामने आई। मौसम विभाग का कहना है कि राज्य में दक्षिण - पश्चिम मानसून की लाइन सभी जिलों को कवर कर चुकी है। लेकिन, इसके बाबजूद अभी भी लोगों को झमाझम बारिश के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। दरअसल, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की लाइन पूरे बिहार को कवर कर चुकी है, लेकिन बिहार में मॉनसून का मुकम्मल सिस्टम अब तक सक्रिय नहीं हुआ है। मशरक न्यूज (बिहार) को मौसम विभाग के तरफ से यह कहा गया है कि, बिहार की तरफ आने वाला मॉनसून सिस्टम सेंट्रल इंडिया (मध्य भारत) की तरफ मूव कर रहा है। ऐसे में प्रदेश में मॉनसून का मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं है। यह स्थिति जून के बचे हुए दिनों में बने रहने का पूर्वानुमान है। इस लिहाजा बिहार में मानसून की बारिश जुलाई के महीनों में देखने को मिल सकती है। वहीं , जून के महीने में मॉनसून के सक्रिय नहीं होने से 25 जून तक पूरे बिहार में 76% कम बारिश हुई है। राज्य के 10 जिलों औरंगाबाद, बेगूसराय, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, पटना, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, सीवान और वैशाली में 90 से 100% तक कम बारिश हुई है। ऐसे में वो किसान जो धान की खेती करते हैं उन्हें कम बारिश का सीधा असर देखने को मिलेगा। मुख्य रूप से बिहार में धान का कटोरा कहा जाने वाला क्षेत्र में भी अभी सूखे की स्थिति है। आपको बताते चलें कि, रविवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ ही पूरे दिन बादलों की आवाजाही लगी रहेगी, लेकिन लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। पिछले 24 घंटे की बात करें तो औरंगाबाद और रोहतास जिला सबसे गर्म रहा, जहां का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके साथ ही पटना का 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।