इस मामले में डॉक्टर के पिता का बोलना है कि रेलवे परिसर में लंबे वक्त से बंद स्विमिंग पुल को दो दिन पूर्व में ही खोला गया था.
सोमवार (12 जून) की शाम डीआरएम के परिवार के सदस्य स्नान कर रहे थे. इसी दौरान रेलवे के कॉन्ट्रैक्ट डॉक्टर शिवाशीष राय भी आ गए, लेकिन स्विमिंग पुल पर तैनात कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से मना किया. इस दौरान डॉक्टर और कर्मी के बीच कहासुनी हो गई.उसके बाद देर रात्रि लगभग 11 बजे डॉक्टर के बंगले के बाहर यह बोलते हुए नोटिस चिपकाया गया कि 13 जून को दिन के 12 बजे तक खाली कर दें. कारण बताई गई कि डॉक्टर का कांट्रैक्ट 22 मई को ही खत्म हो चुका है. उसके बाद मंगलवार की दोपहर बंगले को सील कर दिया गया जबकि घर के अंदर डॉक्टर के बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो बच्चे उपस्थित थे.इस घटना पर डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बोला कि डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका था जिस वजह से बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था. सील करने का कोई निर्देश नहीं है. मीडिया कर्मियों के इस प्रश्न पर कि बंगला तो सील था. इस पर डीआरएम ने बोला कि दो चीजें हो सकती हैं, या तो खुद डॉक्टर ने ही सील कर लिया हो या अगर हमारे किसी आदमी ने किया है तो जांच-पड़ताल करेंगे.