विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौके पर सोमवार को पटना के ज्ञान भवन में प्रोग्राम का उत्सव किया गया था. इस उत्सव में पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) भी आए थे. इस वक्त सभा को संबोधित करते हुए इन्होंने लोगों को सफाई की ज्ञान दी. तेज प्रताप यादव ने बोला कि बच्चे सुबह-सुबह नहाते नहीं हैं. लेट से नहाते हैं. सफाई से नहीं रहने पर आवश्य ही लोग बीमार पड़ेंगे. अस्पताल में बेड भर जाएगा. मेरे भाई तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अभी स्वास्थ्य मंत्री हैं, इनकी ड्यूटी हेवी हो जाएगी. अस्पताल भरना प्रारंभ हो जाएगा.तेज प्रताप यादव ने लोगों से साइकिल चलाने, पेड़ लगाने, और जंगल बचाने का आह्वान किया. उसके साथ ही इन्होंने बोला कि डॉल्फिन कई राज्यों से ज्यादा बिहार में है और बच्चों को गंगा किनारे डॉल्फिन रिसर्च सेंटर जाने की राय दी. इस वक्त बच्चों से इन्होंने पूछा कि क्या चाहते हो? तो बच्चों ने बोला कि डॉल्फिन रिसर्च सेंटर बंद रहता है. उसको खोलवाने का वादा किया और आगे तेज प्रताप यादव ने बोला कि मैं भी एनसीसी ज्वाइन करना चाहता था लेकिन नहीं कर सका.आगे पर्यावरण दिवस मंत्री ने बोला कि हर किसी को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना चाहिए.
ये सिमित नहीं है कि पर्यावरण दिवस के दिन ही पेड़ लगाइए.
यहां जो फूल लगा है उसकी जगह पेड़ ही दीजिए. हम तो माला का भी आपत्ति करते हैं. आप पौधा दीजिए. हमको याद रहेगा कि शुक्ला जी ने पेड़ दिया. वहीं, प्रोग्राम के वक्त तेज प्रताप यादव ने बोला कि कृष्ण भगवान ने जंगल में जाकर बांसुरी बजाई, जंगल में जाकर गाय चराए और हमको जंगल डिपार्टमेंट ही न मिला. तेज प्रताप ने अपने विभाग की प्रशंसा की. बोला कि सोचिए कि जो विभाग हमको मिला है वो कितना अच्छा है. इसमें बहुत सारे स्कोप हैं. सबसे बड़ी चीज है कि आपको पृथ्वी को बचाना है. समझिए ये जिम्मेवारी ईश्वर के द्वारा ही मिली है.