नीतीश के यूपीए संयोजक बनने के प्रश्न पर बोला कि उनकी बड़ी भूमिका विपक्ष की तरफ से रहेगी.
वही विपक्ष को इकट्ठा कर रहे हैं.वहीं विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है. इन्होंने बोला कि अरविंद केजरीवाल का किसी ने नोटिस नहीं लिया. अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी में अंतर क्या रहा है? उन्होंने बोला कि आप भी उसी तरह से तानाशाही चला रहे हैं कि हमारा जो बोलना है, उसे पहले लीजिए.नरेंद्र मोदी वाला वही अंदाज़ था उनका इसीलिए सब लोगों ने उनका नोटिस नहीं लिया.विपक्ष के कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक शुक्रवार को हुई जिसमें साल 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ी चुनौती देने के उद्देश्य से एक मजबूत मोर्चा बनाने की रणनीति पर मंथन किया गया.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस बैठक की मेजबानी की. यह बैठक मुख्यमंत्री आवास ‘1 अणे मार्ग’ पर हुई.कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और विपक्ष के कई अन्य नेता इस बैठक में आए.