जिससे आगामी चुनावों में मोदी की निरंकुश सत्ता को अपदस्थ करने के लिए एक कड़े मुकाबले के लिए चुनावी परिदृश्य व्यवस्था किया जा सके.
डी. राजा ने बोला कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आमंत्रण पर विपक्षी बैठक में उपस्थित 15 राजनीतिक दलों ने इकट्ठा होकर आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों में भाग लेने और बीजेपी-संघ मुक्त भारत के निर्माण का संकल्प लिया, जो व्यापक राष्ट्रहित में लोकतंत्र और संविधान की सुरक्षा के लिए एक स्वागत योग्य प्रस्थानबिंदु है. सीपीआई के जनरल सेक्रेटरी ने अपने संबोधन में बिहार की पूरी पार्टी और उसके नेतृत्व को इस बात के लिए बधाई दी कि उसने उक्त विपक्षी समागम से पूर्व बीजेपी हटाओ-देश बचाओ-नया भारत बनाओ के नारे के साथ राज्यव्यापी पदयात्रा अभियान चलाया. विगत 8, 9 और 20 जून को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों के समक्ष जनसत्याग्रह-जेल भरो अभियान चलाकर बदलााव की अनुकूल जमीन तैयार करने का कार्य किया, जिसमें लगभग डेढ़ से दो लाख लोगों की भागीदारी हुई और जगह-जगह हजारों लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई.आगे सीपीआई नेता ने बोला कि बीजेपी हटाओ-देश बचाओ अभियान को आगे भी जारी रखते हुए भाकपा की राज्यकारिणी ने व्यापक योजना बनाई, जिसके तहत आगामी अगस्त-सितम्बर महीनों में पार्टी की शाखाओं और प्रखंड इकाइयों के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, बड़ी संख्या में सभी जिलों में आम सभाएं की जाएंगी और 2 नवंबर को राजधानी पटना में पार्टी की तरफ से एक विराट जन रैली की जाएगी.