लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया.
उसके बाद आग लगी कोच जी-3 को ट्रेन से अलग कर दिया गया. वहीं अन्य बोगी को इंजन के पीछे से जोड़कर कोच में बिजली की आपूर्ति बहाल की गई तब जाकर यात्रियों को भयंकर गर्मी से राहत मिली.ट्रेन में यात्रा कर रहे राजा और वेद प्रकाश ने बताया कि उन्हें बोगी में स्पार्क जैसी बदबू आ रही थी. उसके बाद बरौनी स्टेशन पर इसकी शिकायत भी की लेकिन रेलवे ने उसे गंभीरता से नहीं लिया. वारदात के कारण ट्रेन की बोगी में सफर कर रहे लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई. सफर कर रहे निशांत कुमार, गुड़िया देवी, देवेंद्र झा, अनिकेत, आरती देवी, अमित झा, सरोज महतो, रामपरी देवी समेत कई लोग अपना सामान लेकर नीचे उतर गए और दूसरी बोगी में चले गए.इधर जानकारी मिलने के बाद समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल मौके पर आए. अन्य टीम भी पहुंची और जांच-पड़ताल की. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. जांच-पड़ताल के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया.