पीके ने बोला कि प्रदेश की जनता ने इस सरकार को मतदान नहीं दिया था.
यह सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है जिसे जनता का विश्वास उपलब्ध नहीं है. इन्होंने महागठबंधन की नई सरकार पर खूब जमकर निशाना साधते हुए बोला कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी यह नई सरकार एक-दो वर्षों में पांच से दस लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इनके समर्थन में अपना जन सुराज अभियान वापस ले लूंगा, क्योंकि बिहार के लोगों के हित में ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी.प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए बोला कि बिहार में जो नियोजित शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं इन्हें तो वक्त पर आज सरकार वेतन भी नहीं दे पा रही है. ये सरकार और नई नौकरियां कहां से दे पाएगी?अपने जन सुराज अभियान की जिक्र करते हुए पीके ने बोला कि बिहार में केवल कुछ ही महीने हुए हैं और प्रदेश की सियासत 180 डिग्री घूम गई है. इन्होंने दावा किया कि 2025 का विधानसभा चुनाव आते-आते कई बार बिहार की सियासत घूमेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फेविकोल की तरह अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं और बता दें कि बाकी पार्टियां कभी उधर तो कभी इधर हो रही हैं.