वहीं पूर्णिया, बेगूसराय और बांका में भी उष्ण लहर और लू चलने की चेतावनी दी गई है.
बुधवार को 11 जिलों में बहुत हल्की या छिटपुट बूंदाबांदी हुई. बक्सर में 0.6 मिलीमीटर बारिश तो उसके अलावा राजधानी पटना, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, गया, औरंगाबाद, गोपालगंज, नालंदा, रोहतास और अरवल में बूंदाबांदी दर्ज की गई. हवा नहीं चलने के वजह वर्षा से कोई राहत नहीं मिली बल्कि उमस भरी गर्मी रही और बारिश होने के बाद और ज्यादा गर्मी बढ़ गई. पटना में भी बूंदाबांदी हुई लेकिन उमस भरी गर्मी भी बरकरार रही.मंगलवार को राजधानी पटना में 1.6 डिग्री की वृद्धि के साथ अधिकतम टेंपेरेचर 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. उसके अलावा राज्य के सभी जिलों में मंगलवार को 1 से 2 डिग्री टेंपेरेचर में बढ़ोतरी भी रही. 24 जिलों में 40 डिग्री से ऊपर टेंपेरेचर रहा. प्रदेश के 17 जिलों में हीट वेव, उष्ण लहर और लू की स्थिति देखी गई.पिछले 5 दिनों से खगड़िया सबसे गर्म जिला रह रहा है. खगड़िया में मंगलवार को निरंतर चौथे दिन सबसे अधिक ज्यादा दर्ज किया गया है. पटना में 42 तो खगड़िया में 43.3 डिग्री सेल्सियस टेंपेरेचर दर्ज किया गया. सबसे कम तापमान मुजफ्फरपुर में 38.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. राज्य में औसत टेंपेरेचर 40 से 43 डिग्री के बीच रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से औसत 1.5 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. इसके असर से आ आने वाले अगले पांच दिनों तक टेंपेरेचर में खास बदलाव की अनुमान नहीं है. पूरे राज्य के अधिसंख्य जिलों में भयंकर गर्मी की हालत बरकरार रहेगी.