शक्ति सिंह यादव ने बोला कि संतोष सुमन को लालू यादव ने एमएलसी बनाया. नीतीश कुमार ने मंत्री बनाया. त्यागपत्र से महागठबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उनके पिता जीतन मांझी को नीतीश कुमार ने ही सीएम बनाया था. इन लोगों की पार्टी (HAM) को 23 को विपक्षी दलों की होने वाली बैठक में आमंत्रित भी नहीं किया गया था.
यह लोग बार बार गठबंधन बदलते हैं. एनडीए में फिर जाते हैं या जो करें फर्क नहीं पड़ेगा.
आपको बता दें कि 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव को लेकर मांझी की पार्टी निरंतर बोल रही थी कि वह पांच सीट पर लड़ना चाहती है. खुद जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष मांझी यह बात बोल चुके हैं. इसी बीच जीतन राम मांझी नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनके आवास पर भी गए थे. मांझी आवश्य यह बोलते थे कि वह हर वक्त नीतीश कुमार के साथ हैं. बीते सोमवार (12 जून) को ही मांझी ने मीडिया के प्रश्नों के जवाब में हंसते हुए बोला था कि वह अब एक सीट पर भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.अब अचानक एक दिन बाद बेटे के त्यागपत्र से कई तरह के प्रश्न उठ रहे हैं. संतोष सुमन ने मंगलवार को त्यागपत्र के बाद साफ बोला कि अब सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है. अब बीजेपी और उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन सरकार पर आक्रमण बोला है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बोला है कि महागठबंधन का हाल यही होना है. संतोष मांझी का त्यागपत्र यह दर्शाता है कि महागठबंधन में कितनी दरार है. उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि यह तो ट्रेलर है. द एंड वाला सीन भी आ ही जाएगा.