चिराग ने बोला कि एक ओर वह विपक्ष के घर को मजबूत कर रहे हैं वहीं उनका खुद के कुनबे की गांठा खुलती जा रही है.
बहरहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व के अस्वीकार करने वाले स्वरों के उठने की यह प्रारंभ है.चिराग पासवान ने बोला कि मांझी तो उन्हीं के घटक दल के थे, काफी लंबे वक्त से नीतीश कुमार के साथ मांझी थे. जब यही उनके नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसे में मुख्यमंत्री जो विपक्षी एकत्व का मंच तैयार करने का कोशिश कर रहे हैं उसमें दूसरे प्रदेशों से आने वाले दल या नेता इनका नेतृत्व कैसे स्वीकार कर पाएंगे?लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रवक्ता डॉ. विनीत सिंह ने बोला कि आखिरकार जिसका डर था वही हुआ. नीतीश कुमार पूरे देश में भीक्षाटन कर रहे हैं वहीं उनके बिहार में उनके ही घटक दल उनसे नाराज चल रहे हैं. उसका परिणाम यह हुआ कि संतोष मांझी ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया. विनीत सिंह ने बोला कि नीतीश कुमार जो मुहिम लेकर चले हैं वह फिर से धराशाई होगा. अब आपका कुनबा बिखरना चालू हुआ है. और बता दे कि दलित भाई आपकी कार्यशैली को देख रहे हैं.