उसके बाद पुलिस ने जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए मौके पर आ कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि मामले में जेडीयू विधायक अमन भूषण हजारी ने सफाई दी है. जेडीयू विधायक ने साफ बोला कि उनका अपने चचेरे भाई से लंबे वक्त से कोई रिश्ता नहीं है. उनके चाचा आज से लगभग 40 वर्ष पहले से ही पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर अलग हो गए थे.चचेरे भाई या उसके कारोबार से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. इधर छापेमारी के दौरान पुलिस को उस समय मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला था. इस मामले में पुलिस निरंतर प्रकाश के भिन्न भिन्न स्थानों पर छापेमारी अभियान चला रही थी, लेकिन पुलिस को कामयाबी नहीं मिली थी. इधर स्थानीय लोगों ने इल्जाम लगाया है कि प्रकाश भूषण हजारी लंबे वक्त से शराब के धंधे में लिप्त था. वर्ष 2019 में शराब से भरे ट्रक को पुलिस ने जब्त किया था. उस दौरान भी जांच-पड़ताल में प्रकाश भूषण हजारी का नाम आया था, लेकिन पुलिस के पास पुख्ता सबूत नहीं होने के कारण से उस समय कार्रवाई नहीं हो पाई.इस बीच प्रकाश भूषण ने अपने घर के पास वाटर प्लांट लगाया था, जिसकी आड़ में अवैध शराब का धंधा फल फूल रहा था. उसकी भनक लगने पर पुलिस ने छापेमारी की. इस दौरान पुलिस द्वारा वाटर प्लांट से 180 ML की 960 विदेशी शराब की बोतलें पुलिस ने जब्त की गई थी. वहीं कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि दोषी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.