चिराग ने साफ तौर पर बोल दिया है कि हाजीपुर हमारे पिता का इलाका है मैं हाजीपुर को नहीं छोड़ सकता हूं.
इसे लेकर चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच राजनीतिक जंग प्रारंभ हो गई है वहीं चाचा पशुपति पारस ने चिराग को अपना भतीजा मानने से भी इनकार कर दिया और अब पशुपति पारस और चिराग पासवान दोनों ही हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं.चाचा और भतीजे के बीच राजनीतिक विरासत की जंग में एलजेपी सांसद वीणा देवी ने एंट्री की है और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और चिराग पासवान को नसीहत दी है. सांसद वीणा देवी ने चाचा और भतीजे को इकट्ठा हो जाने की राय दी है.
इन्होंने बोला कि परिवार में अक्सर लड़ाई- झगड़ा होता रहता है. यह पारिवारिक मामला है. इस मामले का हल चाचा -भतीजा मिलकर निकालेंगे. उन्होंने बोला कि हम लोग भी चाहते हैं कि एक साथ हो जाए, इतना ही नहीं सांसद वीणा देवी ने बोला कि हमारी प्रयास भी यही रहेगी कि चाचा और भतीजा एक साथ हो जाए. वैशाली सांसद वीणा देवी से चाचा भतीजे की लड़ाई को लेकर पूछे गए प्रश्न उन्हें ये बयान दिया है.सांसद वीणा देवी ने बोला कि मैं लोक जनशक्ति पार्टी में पहले भी रही हूं और आगे भी रहूंगी, जहां एक ओर चाचा पशुपति पारस चिराग पासवान को अपना भतीजा मानने से इनकार कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पारस की पार्टी की सांसद वीणा देवी का रुख चिराग पासवान के प्रति नरम है. वह दोनों को एक मंच पर लाने की प्रयास में जुटी हुई हैं.