पीके का बालू और शराब माफिया पर एक बड़ा बयान आया है.
दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की तरफ से सोमवार (5 जून) को जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह, आरजेडी नेता पुंज कुमार सिंह समेत दोनों ही पार्टियों के कई नेताओं के ठिकानों पर की गई छापेमारी की कार्रवाई की जिक्र खूब हो रही है. इस बारे में आम जनता के बीच से ये बात निकल कर आ रही है कि आखिरकार कई वर्षों से बिहार में तेजी से फल-फूल रहे इस अवैध व्यापार की पोल अब देर-सबेर खुल ही रही है.वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा जनता के हितों को लेकर की जा रही इस तरह की अनदेखी पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बोला कि बिहार में बीते 5 से 7 वर्षों में दो नए उद्योग तेजी से फल-फूल रहे हैं, एक है शराबबंदी से जुड़ा शराब माफिया और बालू माफिया. ये दोनों उद्योग आज से कुछ वर्षों पूर्व इतने बड़े पैमाने पर नहीं थे. बालू के अवैध खनन से आज हजारों-करोड़ों रुपये की लूट हो रही है. उसमें नीचे से लेकर ऊपर तक सब मिले हुए हैं.प्रशांत किशोर ने चार शब्द बोला कि 'जिसकी लाठी, उसकी भैंस', जिसकी जहां ताकत है, वो वहां से बालू उठा रहा है और बेच रहा है. ऐसा कर हजारों-करोड़ों रुपये लूटे जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए बोला, शराबबंदी के नाम पर सिर्फ शराब की दुकानें बंद हैं लेकिन घर-घर डिलीवरी हो रही है. और बता दे कि कोई पूछने वाला नहीं है.