प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार की आयु हो गई है और राजनीतिक तौर पर आज वो अलग पड़ गए हैं.
मैं कोई विधायक नहीं हूं, न मंत्री-अधिकारी हूं और न ही ठेकेदार हूं. हर रोज 50 से 100 लोगों के साथ गांव-गांव पैदल घूम रहा हूं. मैं न कोई भीड़ करता हूं न ही कोई रैली करता हूं. इस पदयात्रा की अगर कोई शक्ति ही नहीं है तो नेताओं को टिप्पणी करने की आवश्यकता ही क्या है? आज जो इसका विरोध कर रहे हैं उनको पता है कि जमीन में इसकी ताकत कितनी है. यह पदयात्रा अगर ऐसे ही चलता रहा तो आप देखेंगे जन बल के आगे कोई शक्ति नहीं टिकेगा.चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बीते साल 2 अक्टूबर से बिहार के भिन्न भिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा कर रहे हैं. अभी समस्तीपुर में स्वास्थ्य वजहों से उनकी पदयात्रा स्थगित है. इसके बावजूद प्रशांत किशोर निरंतर राजनीतिक पार्टियों पर तीखे आक्रमण कर रहे हैं. वहीं, इस अभियान को लेकर निरंतर बिहार की सियासत में खूब जिक्रबाजी भी रही है.