प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि लोगों को एहसास नहीं है कि मैं कितनी बड़ी व्यवस्था बना रहा हूं. मैंने कार्य छोड़ा है उसकी समझ नहीं छोड़ी है.
मैंने जो अपने जीवन में कार्य किया है उसमें कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है वो देश के सामने है.
नीतीश कुमार ही क्यों मैंने मोदी के लिए भी कार्य किया है. उसके अलावा 10 राज्यों में चुनाव जितवाए हैं.अपने बारे में बताते हुए प्रशांत किशोर ने बोला कि मैंने जो कुछ भी किया उसे खुद के स्तर पर किया, हमारे पिताजी ने मुझे नहीं कर के दिया था. नीतीश कुमार मुझे क्या धन देंगे? अगर मुझे धन चाहिए ही होगा तो इतने बड़े-बड़े राज्यों में सरकारें बनी हैं जिसको बनाने में मैंने कंधा लगाया है. नीतीश कुमार की पार्टी के पास इतना पैसा नहीं कि वो मुझे धन देंगे.पीके ने बोला कि मैंने जो कार्य किया है डंके की चोट पर किया है. अपनी समझ और अपने ज्ञान से किया है. मैं जो कार्य करता था उससे पूरे देश में इस विधा को खड़ा किया है. उससे पहले उसके बारे में देश में कोई जानता भी नहीं था कि ये भी कोई विधा है. आज देश में 20 हजार से ज्यादा बच्चे इस तरह के कार्य को कर रहे हैं. बता दें कि आरजेडी के सांसद मनोज झा ने बोला है कि प्रशांत किशोर की सियासत समझने के लिए रॉकेट साइंस की आवश्यकता नहीं है.