चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की पदयात्रा कई दिनों से निलंबित है. हालांकि वो निरंतर बयान जारी कर अलग-अलग पार्टियों पर आक्रमण कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले बीजेपी, जेडीयू और आरजेडी पर निशाना साधा था तो अब इन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर आक्रमण बोला है. शुक्रवार (30 जून) को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर तीखा आक्रमण किया. बोला कि आज कांग्रेस बिहार में कहीं नहीं है और न कोई नेता जमीन पर दिखता है.प्रशांत किशोर ने बोला कि कांग्रेस आज महागठबंधन वाली सरकार में सम्मिलित है. सरकार में बहुत लोग सम्मिलित हैं लेकिन इससे क्या हो गया? आज कांग्रेस राजनीतिक संगठन होने के नाते बिहार में कहीं नहीं है. न ही उनके नेता कुछ करते दिखते हैं. प्रशांत किशोर ने बोला कि इस बार कांग्रेस कर्नाटक का चुनाव जीती है, लेकिन मैं बोलना चाहूंगा कि कर्नाटक में मिली जीत को कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव की जीत के तौर पर न देखे.
गुणा-गणित के अंदाज में पीके ने आगे बोला कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतकर आई,
उसके एक वर्ष बाद ही 2014 के आम चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक लोकसभा की सीटें जीतकर आई. 2018 के दिसंबर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जीतकर आई, लेकिन इसके ठीक 4 महीने बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा और खाता तक नहीं खुला. मैं कांग्रेस या अन्य पार्टियों को भी बता रहा हूं कि देश में हर चुनाव एक अलग चुनाव होता है.बता दें कि प्रशांत किशोर हर दिन वर्णन जारी कर रहे हैं. अपने बयानों से ही वो अलग-अलग पार्टियों के नेताओं पर आक्रमण बोल रहे हैं. कभी तेजस्वी यादव तो कभी नीतीश कुमार वह हमलावर दिखते हैं. फिलहाल समस्तीपुर में स्वास्थ्य वजहों से उनकी पदयात्रा निलंबित है.