प्रशांति कोशिर ने बोला कि आज देश में टीसीएस और इंफोसिस जैसी कंपनियां लाखों लोगों को काम देती हैं.
इन्हें खनिज नहीं चाहिए, तो क्या हम बिहार में ऐसी आईटी कंपनियों को उद्योग लगाने के लिए नहीं बुला सकते? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पढ़े-लिखे आदमी होकर कभी-कभी हंसने वाली बात करते हैं. कहते हैं यहां समुद्र नहीं है. पटना में सॉफ्टवेयर पार्क खोलते हैं तो इसके लिए समुद्र का क्या लेना-देना? तेलंगाना में समुद्र नहीं है, लेकिन आज वहां कर्नाटक के बाद देश में दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा आईटी पार्क खुल रहे हैं.पीके ने नीतीश कुमार पर आक्रमण करते हुए पंजाब और हरियाणा का भी उदाहरण दिया. प्रशांत किशोर ने बोला कि पंजाब और हरियाणा में भी समुद्र नहीं है पर उसके अलावा वहां के लोगों को रोजगार मिल रहा है. जनता को बरगलाने के लिए हर 2 वर्ष बाद कुछ न कुछ बोल देते हैं.पीके ने कहा कि नीतीश कुमार जब पहले लालू के आपत्ति में थे तब बोला करते थे कि झारखंड का बंटवारा हो गया तो बिहार में केवल लालू-आलू-बालू बचा है इसलिए उद्योग नहीं लग रहा है. नीतीश कुमार ने उसके बाद बोला कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा इसलिए उद्योग नहीं लग रहा है. आज कल बोलने लगे कि समुद्र नहीं है इसलिए उद्योग नहीं लग रहा है. बीते 17 वर्षों में ये अब तक तय ही नहीं कर पाए कि किन वजहों से बिहार में उद्योगों की स्थापना नहीं हो सकी.