बातचीत में लोगों ने यह भी बता दिया कि बीजेपी का अगला कदम क्या होगा. बोला कि यूसीसी लागू होने से समाज में तनाव फैलेगा. अभी 'एक देश, एक कानून' की बात की जा रही है और जब यह आ गया तो फिर 'एक देश, एक धर्म' की बात बोली जाएगी. तब बोला जाएगा कि एक देश में चार धर्म के लोग नहीं रह सकते हैं.
यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर बोला कि यह सब नहीं चलेगा.
देश संविधान से चलेगा. विवादित मुद्दों को उठाना भी नहीं चाहिए. यहां गंगा जमुनी तहजीब है. और बता दें कि पीएम मोदी ने भोपाल में समान नागरिक संहिता की वकालत की है. पीएम मोदी ने बोला है कि दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा? हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का कार्य हो रहा है. एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पाएगा क्या?दरअसल केंद्र सरकार ने समान नागरिक संहिता को लाने की बंदोबस्त तेज कर दी है. सरकार की तरफ से गठित 22वें विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता पर आम जनता और धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों से विचार विमर्श और राय मांगने का काम प्रारंभ कर दिया है. कई विपक्षी दल यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध कर रहे यह बोलते हुए कि इलेक्शन से पहले फिर बीजेपी अपने मुनाफे के लिए मुद्दा उठा रही है.