निर्मल कुमार धारा, पश्चिम बंगाल की इंदस सीट से विधायक हैं। सवाल है ऐसे तो बंगाल में 295 विधायक हैं, लेकिन इनका ही नाम चर्चा में क्यों है? इसका जवाब इनकी कुल संपत्ति में छिपा है। सफेद चमकदार कपड़े पहनने वाले नेताओं की भीड़ में धारा भी शामिल हैं, लेकिन आर्थिक ताकत में वह सबसे पिछड़े हैं।
आंकड़े बताते हैं कि उनकी कुल संपत्ति सिर्फ 1700 रुपये हैं।
कौन हैं निर्मल धारा
39 साल के निर्मल भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 2021 विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली इंदस सीट से ही टीएमसी उम्मीदवार रुनु मेते को मात दी थी। बांकुरा जिले की विष्णुपुर लोकसभा सीट से हुए इस मुकाबल में सीपीएम भी दम भर रही थी।
निर्मल कुमार धारा पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने साल 2009 में बर्दवान विश्वविद्यालय से अग्रेंजी में एमए की डिग्री हासिल की थी। खास बात है कि उनके खिलाफ अब तक कोई आपराधिक मामला भी दर्ज नहीं हुआ है। साथ ही उनकी देनदारियां भी शून्य नजर आती हैं। राजनेता के साथ-साथ धारा पेशे से ट्यूटर भी हैं।
गरीब विधायकों में ये भी शामिल
सबसे कम संपत्ति के मामले में दूसरा स्थान ओडिशा के रायगढ़ से निर्दलीय विधायक मकरंद मुडुली का है। उनकी संपत्ति 15 हजार रुपये है।
तीसरे स्थान पर पंजाब के फजिल्का से नरेंद्र पाल सिंह सौना (18,370 रुपये) और चौथे स्थान पर पंजाब के संगरूर से नरेंद्र कुमार भरज (24,409 रुपये), पांचवे झारखंड के जुगलसलाई से मंगल कालिंदी (30 हजार रुपये) है।
अमीर विधायक
अमीर विधायकों की सूची में पहला स्थान कर्नाटक के कनकपुरा से कांग्रेस विधायक डीके शिवकुमार का नाम है। उनकी संपत्ति 1413 करोड़ रुपये है। जबकि, दूसरे स्थान पर कर्नाटक के ही गौरीबिदनूर से निर्दलीय विधायक के एच पुट्टस्वामी गौड़ा (1267 करोड़ रुपये) है। तीसरे स्थान पर भी कर्नाटक की गोविंदराजनगर से कांग्रेस के प्रियकृष्ण (1156 करोड़ रुपये), चौथे आंध्र प्रदेश के कुप्पम से चंद्रबाबू नायडू (668 करोड़ रुपये) और पांचवे गुजरात के मानसा से भाजपा विधायक जंयतीभाई सोमभाई पटेल (661 करोड़ रुपये) हैं।