बिहार के इन बेटों के बगैर चांद तक चंद्रयान का पहुंच पाना मुश्किल था'.
बता दें कि समस्तीपुर के कुबौली गांव के रहने वाले अमिताभ एएन कॉलेज के विधार्थी रहे हैं. वर्ष 2002 से वह इसरो के साथ कार्य कर रहे हैं. चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग में डिप्टी डॉयरेक्टर और ऑपरेशन डॉयरेक्टर के रूप में सम्मिलित रहे.वहीं, सीतामढ़ी जिले के पुपरी गांव के रहने वाले रवि कुमार की प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी से हुई है, वे जवाहर नवोदय विद्यालय सीतामढ़ी के छात्र रहे हैं. चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग में रवि नेटवर्क सिक्यूरिटी हैंडल कर रहे थे. इससे पहले वे चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण में भी सम्मिलित रहे थे. बता दें कि इसरो ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के तीसरे संस्करण का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जिसका अब तक अन्वेषण नहीं किया गया है. केवल 3 देश, अमेरिका, चीन और रूस ही अब तक चंद्रमा की सतह पर उतरने में कामयाब रहे हैं.