राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने नॉर्मल डिलीवरी से 4 बच्चों को जन्म दिया है। जिनमें दो लड़के और दो लड़कियां हैं। हालांकि बच्चों का वजन कम है लेकिन उनकी स्वास्थ्य हालत में सुधार है।
वही मां की स्वास्थ्य हालत भी ठीक है। बच्चों को एहतियात के तौर पर बच्चों एसएनसीयू में भर्ती किया गया है।
अल्ट्रासाउंड में पता चलने के बाद भी परिवार ने नहीं कहा ना...
हॉस्पिटल प्रशासन के मुताबिक श्रीगंगानगर शहर की यादव कॉलोनी निवासी शालू पत्नी गुलविंदरसिंह को लेबर पेन शुरू हुआ तो डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल लाया गया। करीब डेढ़ दिन तक हॉस्पिटल में भर्ती रहने के बाद शालू ने बच्चों को जन्म दिया। इसके पहले भी शालू के एक बच्चा है। ताज्जुब की बात तो यह है कि परिवार को पहले अल्ट्रासाउंड में ही पता चल चुका था कि शालू के पेट में 4 बच्चे हैं।
7 लाख में एक होता है ऐसा अनोखा केस
डॉक्टर्स का कहना है कि आमतौर पर महिला की डिलीवरी 37 सप्ताह के बाद होती है लेकिन शालू के यह डिलीवरी 28 से 29 सप्ताह के बीच ही हो गई। वहीं दूसरी तरफ बच्चों का वजन 600 से 650 ग्राम के बीच है।
डॉक्टर का कहना है कि बिना आईवीएफ के ऐसा केस 7 लाख में एक होता है। क्योंकि आईवीएफ में जाइबोरेट बाहर बनाया जाता है। सक्सेस रेट ज्यादा रखने के लिए कई बार इनकी संख्या ज्यादा कर दी जाती है ऐसे में आईवीएफ ऐसा होना संभव है।
पहले भी राजस्थान में आ चुके हैं इस तरह के मामले
आपको बता दें कि इससे पहले राजस्थान के सीकर जिले में बीते 2 महीने में दो अलग-अलग महिलाओं को तीन-तीन बच्चे पैदा हुए हालांकि इस मामले में डॉक्टर्स का कहना था कि ऐसे केस 10 हजार में एक होते है।