यह बिहार में अघोषित आपातकाल नहीं है तो और क्या है?
बीजेपी सांसद गोपाल जी ठाकुर ने बोला कि कई नेता, कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं. शिक्षक अभ्यर्थियों किसान सलाहकारों की पुलिस पिटाई कर रही थी. आज बीजेपी नेता विजय सिंह को पीटकर कत्ल कर दी. जिला प्रशासन का यह बोलना है कि लाठीचार्ज से मृत्यु नहीं हुई, यह झूठ है. वहीं, पीएमसीएच में बीजेपी के कई नेता भर्ती हैं. वहीं, चिराग पासवान नीतीश कुमार पर आक्रमण बोलते हुए कहा कि पहले छात्र फिर शिक्षक अभ्यर्थी और बुधवार को किसान सलाहकारों के बाद आज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना नीतीश कुमार के तानाशाही रवैया को दर्शाता है. मुख्यमंत्री यह दुखद व बेहद शर्मनाक है कि जो अपने हक की मांग कर रहे हो उन पर आप लाठियां चलवाते हैं. विधायकों को सदन से बाहर फेंकवाते हैं. क्या आपके पास हर मुसीबत का समाधान सिर्फ लाठी ही है? यह महाजंगलराज नहीं तो और क्या है?