गुरुवार को सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही वेल में आकर बीजेपी के विधायक हंगामा करने लगे. वहीं स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने बोला कि आप लोग लोकतंत्र की कत्ल कर रहे हैं. इस दौरान विजय चौधरी ने सदन में बोला कि सत्र के पहले दिन से जो विपक्ष का रवैया दिख रहा है ये बिल्कुल स्पष्ट है कि ये हताशा में हैं, निराशा में हैं और बेचैन हैं. इन्हें समझ में नहीं आता है कि हम क्या बोले.बीजेपी पर आक्रमण करते हुए विजय चौधरी ने बोला कि इन्हें दिख रहा है कि इनका फ्यूचर अंधकारमय हो चुका है.
इन्होंने बोला कि प्रश्नों का जवाब दिया जा रहा था और उधर से (विपक्ष) कुर्सियां चल रही थीं.
क्या ये संसदीय प्रणाली है क्या? लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले लोगों का आचरण हो सकता है क्या? ये सिर्फ चाहते हैं कि इन्हीं की बात सुनी जाए. क्या सरकार को अपनी बात बोलने का हक नहीं है? आखिर कौन सी ऐसी बात है कि सरकार तैयार नहीं है जवाब देने के लिए. मैं सदन में पूरी जिम्मेदारी से बोलता हूं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ये सरकार किसी भी जनहित के मुद्दे पर प्रश्न का जवाब देने के लिए तैयार है.सदन के अंदर हंगामे के बाद बीजेपी के कई विधायक बाहर निकलकर परिसर में आ गए. धरना पर बैठ गए. "भ्रष्टाचारी डिप्टी सीएम तेजस्वी त्यागपत्र दो, तेजस्वी को बर्खास्त करो" का नारा लगाने लगे. बीजेपी विधायकों का बोलना था कि यह सरकार निकम्मी है. नीतीश-तेजस्वी को चाचा-भतीजा बता दोनों को चोर तक बोल दिया.