सावन महीने का पहला सोमवार आज है और देश भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। सभी शिव मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया है। देश के विभिन्न शहरों में भीड़-भाड़ और जाम के मद्देनजर ट्रैफिक पुलिस ने विशेष व्यवस्था की है। साथ ही मंदिरों में भी सुरक्षा के मद्देनजर विशेष व्यवस्था की गई है।उधर, मंदिरों के अलावा घरों में भी पूजा-अर्चना के लिए विशेष तैयारियां की गई है। रविवार को व्रत और पूजा अर्चना के लिए आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए बाजारों में भी खासी भीड़ भाड़ नजर आई। सिंघाड़े की मिगी, कूटू का आटा आदि बाजार में सज गए हैं। वहीं मंदिरों में धतूरा, बेल पत्र, फूल माला और प्रसाद आदि की दुकानें सज गईं हैं। शिव मंदिरों समेत सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना की विशेष तैयारियां की गई है और आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
शिव पूजन में इन बातों का रखें विशेष ध्यान
स्नान कर के ही पूजा में बैठें.
साफ सुथरा वस्त्र धारण करें.
आसन एक दम स्वच्छ चाहिए (दर्भासन हो तो उत्तम).
पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह कर के ही पूजा करें.
बिल्व पत्र पर जो चिकनाहट वाला भाग होता है, वही शिवलिंग पर चढ़ाएं (खंडित बिल्व पत्र मत चढ़ाएं).
संपूर्ण परिक्रमा कभी न करें (जहां से जल पसार हो रहा हे वहां से वापस आ जाएं).
पूजन में चंपा के पुष्प का प्रयोग ना करें.
बिल्व पत्र के उपरांत आक के फुल, धतुरा पुष्प या नील कमल का प्रयोग अवश्य कर सकते हैं.
शिव प्रसाद से कभी भी इंकार न करें.