बिहार में शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के बीच तकरार को लेकर अब महागठबंधन के बड़े नेताओं के बीच हुई अनबन प्रारंभ हो गई है. बीते गुरुवार को आरजेडी के एमएलसी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के मुंह बोले भाई सुनील सिंह ने शिक्षा मंत्री पर बयान दिया था कि उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए. इस पर शुक्रवार को बिहार सरकार के जेडीयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने सुनील सिंह पर खूब जमकर आक्रमण बोला. इन्होंने बोला कि सुनील सिंह सिर्फ आरजेडी के लीडर हैं, उनके बयान का कोई अर्थ नहीं है. लालू यादव और राबड़ी देवी क्या बोले, यह महत्वपूर्ण है. हम सुनील सिंह जैसे नेताओं का नोटिस भी नहीं लेते हैं. वहीं, अशोक चौधरी के बयान पर सुनील सिंह ने शनिवार को चेतावनी दे डाला.मंत्री अशोक चौधरी के बयान पर सुनील सिंह काफी ज्यादा गुस्से में आ गए और अशोक चौधरी को चेतावनी भी दे डाला. उन्होंने धमकी भरे लहजे में बोला कि मंत्री जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरे के घरों में पत्थर नहीं मारा करते हैं अगर हम व्यक्तिगत रूप से आ जाएं तो आप भी समझ रहे हैं कि मैं कहां तक चला जाऊंगा. विनती करता हूं इसलिए कि व्यक्तिगत जिक्रबाजी से आप बचिए. उन्होंने बोला कि यह बयान में आरजेडी के नेता की तरफ से नहीं बल्कि बिस्कोमान के चेयरमैन की हैसियत से बयान दे रहा हूं.सुनील कुमार सिंह ने जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी पर आक्रमण करते हुए बोला कि आप तो घाट घाट का पानी पीकर आए हैं. सभी दलों में गए हुए हैं. आपसे ज्यादा अनुभव तो किसी के पास नहीं है आप तो हर रोज दल बदलते हैं. मुझे पूरा यकीन है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धोखा देंगे और 2025 में आप महागठबंधन के साथ नहीं रहिएगा फिर आप दल बदल लीजिएगा.
सुनील कुमार सिंह ने बोला कि मंत्री अशोक चौधरी आप जंगलराज पर प्रश्न उठा रहे हैं, लेकिन लालू यादव नहीं होते तो आप जेल में होते. उन्होंने बोला जिस समय की आप बात कर रहे हैं उस समय तो आप आरजेडी में सक्रिय नेता थे और लालू यादव के बहुत करीबी थे. आपको याद होगा उन्हें 1995 में एक सहकारी नेता की कत्ल करने हुई थी, उसमें आपका नाम डायरेक्ट था.
पूरे बिहार के लोग जानते थे कि इस कत्ल में आप सम्मिलित हैं.
लालू यादव अगर नहीं होते तो आपका अभी अता पता भी नहीं होता और आप जंगलराज की बात करते हैं. आपके मुंह से यह शब्द शोभा नहीं देता है. अशोक चौधरी ने विधानमंडल में राबड़ी देवी को अपमानित किया था.सुनील सिंह ने बोला कि मंत्री हम पर बीजेपी की भाषा बोलने का इल्जाम लगा रहे हैं. हमने तो अभी तक कन्नड़ भाषा, तमिल भाषा, पंजाबी भाषा, भोजपुरी भाषा का नाम सुना था. हमें तो नहीं मालूम है कि बिहार में बीजेपी की भाषा बोली जाती है, लेकिन उनको अवश्य मालूम है. वह कुछ दिन पहले तक तो बीजेपी के साथ लोरी गुनगुना रहे थे अब हम पर इल्जाम लगा रहे हैं. मेरे बारे में जैसे पता करना है कर लें. मैं आज तक इधर-उधर नहीं हुआ हूं. 1995 से अभी 2023 तक कितना भी आंधी तूफान या कोई भी मुसीबत आया मैं लालू यादव के परिवार के साथ हमेशा रहा हूं और अपनी मौत तक साथ रहूंगा. आपकी तरह इधर-उधर नहीं घूमता हूं. यह अनुभव आपको ही है. हमें लगता है कि पूरे बिहार में इस मामले में आप से ज्यादा अनुभवी कोई नहीं होगा. उन्होंने बोला कि मैंने कभी गलत नहीं किया. नहीं तो जिस प्रकार से मेरे और मुख्यमंत्री के रिश्ते थे ,अगर मैं गलत करता तो मैं बेउर जेल में होता.