राजधानी पटना में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना और पार्टी नेता विजय कुमार सिंह (Vijay Kumar Singh) की मौत की जांच-पड़ताल के लिए गठित चार सदस्यीय बीजेपी समिति ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को सौंपी. इस टीम में टीम झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और सांसद मनोज तिवारी, सुनीता दुग्गल व विष्णु दयाल राम भी सम्मिलित थे. शनिवार को इस मामले को लेकर जांच-पड़ताल के लिए यह टीम पटना पहुंची हुई थी.बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा गठित चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम शनिवार को जांच के लिए पटना पहुंची थी. इस दौरान टीम ने 13 जुलाई को पुलिस कार्रवाई में जख्मी हुए और अस्पतालों में इलाज करा रहे पार्टी के कई कार्यकर्ताओं से भेंट की थी. दिल्ली से लोकसभा सदस्य और बिहार से संबंध रखने वाले तिवारी ने दावा किया था कि घटना में बीदेपी के 771 कार्यकर्ता जख्मी हुए और उनमें से कुछ को अस्पतालों तक खदेड़ा गया और परिसर के अंदर पीटा गया.
राज्य पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई पूर्व नियोजित थी.
वहीं, विजय सिंह की मृत्यु से संबंधित तकरार के बारे में टीम के सदस्यों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पहले ही पटना में स्थानीय प्रशासन को 'क्लीन चिट' दिए जाने पर निराशा व्यक्त की थी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय सिंह की गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार के विरुद्ध विधानसभा मार्च में हिस्सा लेने के दौरान मृत्यु हो गई, जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इल्जाम लगाया कि बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज उनकी मृत्यु हुई है. इस मामले को लेकर बीजेपी ने बोला था कि विधानसभा मार्च के दौरान राज्य प्रायोजित और क्रूर पुलिस कार्रवाई की न्यायिक जांच-पड़ताल होनी चाहिए और इसमें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी हस्तक्षेप करने की जरुरत है.