इस बार सावन के दूसरे सोमवार पर सोमवती अमावस्या तिथि हो रही है। साथ ही इस दिन सूर्य कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जिससे इस दिन कर्क संक्रांति भी है। साथ ही सावन के दूसरे सोमवार के दिन हरियाली अमावस्या का योग भी बन रहा है। इस दिन पितरों की पूजा करने का विधान है। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन वृक्ष भी लगाने चाहिए।मान्यताओं के अनुसार, सावन के सोमवार का विशेष महत्व है। इस दिन किया गया पूजा पाठ निष्फल नहीं होता है। अगर किसी व्यक्ति के विवाह में बाधा आ रही है और उसके विवाह के योग नहीं बन रहा हैं तो सावन के सोमवार की पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव का अभिषेक और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान जरूर अर्पित करना चाहि। अगर किसी व्यक्ति के जीवन में आर्थिक परेशानियां चल रही हैं तो उनके लिए भी सावन सोमवार पूजा उत्तम फलदायी रहती है। कहा जाता है कि भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती । पंडित पंकज झा शास्त्री ने बताया कि 17 जुलाई को सावन के दूसरे सोमवार पर 4 शुभ संयोग बन रहे हैं. इस दिन सोमवती अमावस्या है और सावन की हरियाली अमावस्या भी है. इसके अलावा रुद्राभिषेक के लिए शिववास भी है. इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र है.