सुशील कुमार मोदी ने बोला कि 3 दिन के भीतर की इन बर्बर घटनाओं पर मुख्यमंत्री और उनके ज्ञानी प्रवक्ताओं ने चुप्पी साध ली.
बेशक, मणिपुर की घटना निंदनीय है और प्रधानमंत्री ने भी उस पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, लेकिन बेगूसराय में छात्रा से बर्बरता की घटना पर फर्जी 'इंडिया' से जुड़े दलों को न कोई पीड़ा हुई, न कोई शर्मसार हुआ.बीजेपी नेता ने बोला कि मुजफ्फरपुर में प्रापर्टी डीलर समेत 3 की कत्ल, बालिका विद्यालय में घुस कर 15 छात्राओं की लाठी से सामूहिक पिटाई, बक्सर में 2 नाबालिग बहनों को अगवा कर उनके साथ दुष्कर्म और फिर उन्हें बेच दिए जाने का दुस्साहस और भागलपुर में छात्राओं से सरेराह छेड़खानी करने के आरोपी को छुड़ा ले जाने वाली भीड़ के आगे पुलिस का बेबस रह जाना क्या बिहार को शर्मसार करने वाली घटनाएं नहीं हैं? क्या यह जंगलराज की वापसी नहीं है? ललन सिंह, शिवानंद तिवारी और मंत्री अशोक चौधरी मणिपुर की वारदात पर जो प्रश्न प्रधानमंत्री से पूछ रहे हैं, वे प्रश्न अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से क्यों नहीं पूछते?