दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दरभंगा पहुंचे। उन्होंने जदयू के पूर्व विधान परिषद् सदस्य प्रो. विनोद कुमार चौधरी के आवास मुहल्ला बलभ्रदपुर पहुंच कर पुष्पांजलि के पश्चात शोक संतप्त परिवार से मिले। सनद रहे कि आज प्रो. चौधरी का द्वादश कर्म था। इसी अवसर पर मुख्यमंत्री उनके आवास पर पहुंचे थे। उन्होंने स्व. चौधरी की पत्नी डॉ. सरोज चौधरी, दोनों पुत्रियों और परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। इस क्रम में उन्होंने दिवंगत प्रो. चौधरी को याद करते हुए परिजनों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि उमाकांत चौधरी (स्व. प्रो विनोद कुमार चौधरी के पिता) 1994 से लेकर 2005 तक काम किए।
कभी यह एहसास नहीं हुआ कि उमा बाबू मुझे कितना मानते थे। उन्होंने कहा कि इस परिवार के साथ कभी कोई घटना घटती है, तो ऐसा लगता है कि उनके परिवार में यह घटना घटी है। मुख्यमंत्री प्रो. चौधरी के आवास पर 3:18 पर पहुंचे और लगभग आधा घंटा रूके। मुख्यमंत्री के साथ बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री ललित कुमार यादव, बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी, विधायक अमन भूषण हजारी, पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी के अलावा डॉ. एजाज अहमद, शम्भुनाथ झा, चौधरी मुकुंद राय, विमल कुमार चौधरी, विजय कुमार चौधरी, राम शंकर सिंह, विकास यादव, रौशन झा, नीतीश यादव, राहुल पासवान, डॉ. अंजीत चौधरी आदि मौजूद थे। वहीं इस अवसर पर जिलाधिकारी राजीव रौशन, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक सागर कुमार, समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी, नगर आयुक्त कुमार गौरव, एसडीपीओ अमित कुमार, मनीषचंद्र चौधरी, सदर अनुमंडलाधिकारी चंद्रमा अत्री आदि मौजूद थे। वहीं मुख्यमंत्री के जाने के बाद प्रो. विनोद कुमार चौधरी के छोटे भाई और बिहार प्रदेश जदयू के प्रवक्ता विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री का 1994 से उनके पिता उमाकांत चौधरी से पारिवारिक संबंध रहा।
मुख्यमंत्री एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने 8 बार इस परिवार को टिकट दिया। जिसमें दो बार सफलता मिली। मुख्यमंत्री की जगह कोई दूसरा बड़ा नेता होता, तो हारने के बाद इस परिवार को 8 बार टिकट नहीं देता।