पाकिस्तान की एक यूनिवर्सिटी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़ हुआ है. दरअसल, मामला पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित इस्लामिया यूनिवर्सिटी का है.
जहां छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में ड्रग्स और अश्लील वीडियो बरामद की गई हैं.
डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूनिवर्सिटी में छापेमारी के दौरान करीब 5500 अश्लील वीडियो सामने आए हैं. इन वीडियोज के सामने आने के बाद समूचे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, यहां स्टूडेंट्स को प्रोफेसर्स का एक गिरोह ही ड्रग्स बेच रहा था. पुलिस का दावा है कि यहां पढ़ने वाली छात्राओं को पहले ड्रग्स का आदी बनाया जाता था, फिर उनकी अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे मनचाहा काम करवाया जाता था.
यूनिवर्सिटी में छपेमारी करने वाली पुलिस की टीम के सदस्य ने बताया है कि अभी तक इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन पुलिस को शक है कि इसमें कई और लोग संलिप्त हैं.
जांच के दौरान पुलिस को अश्लील वीडियोज, ड्रग्स के साथ-साथ ढेरों व्हाट्सअप चैट मिले हैं, जिससे यह साबित होता है कि ये शिक्षण संस्था में यह गंदा खेल कई सालों से चल रहा था.
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस को इस मामले में पहली सफलता तब हाथ लगी, जब पुलिस ने यूनिवर्सिटी में डायरेक्टर फाइनेंस के पद पर तैनात अबू बकर को गिरफ्तार किया. अबू बकर को 28 जून को एक लड़की के साथ संदिग्ध हालत में पकड़ा गया था. गिरफ्तारी के दौरान यूनिवर्सिटी कर्मचारी के पास से 10 ग्राम चरस मिला था. साथ ही उसके मोबाइल हजारों अश्लील वीडियो मिले, जिसके जरिए वो कॉलेज की छात्राओं का शोषण कर रहा था.
रिटायर्ड मेजर निकला मुख्य आरोपी
पुलिस ने शक के आधार पर अबू बकर से आगे की पूछताछ की, जिसमें उसने कई अहम राज उगले. अबू बकर के इनपुट पर पुलिस ने कॉलेज में सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर तैनात रिटायर्ड मेजर एजाज हुसैन को पकड़ा, जो इस पूरे स्केंडल का मुख्य आरोपी है, जिसका गैंग हजारों लड़कियों का अश्लील वीडियो बनाकर उनका शोषण कर रहा था.
जांच के लिए बनाई गई 5 सदस्यीय टीम
यूनिवर्सिटी कैंपस में बड़े पैमाने पर ड्रग्स के इस्तेमाल की रिपोर्ट सामने आने के बाद आरपीओ बहावलपुर राय बाबर सईद ने जांच के लिए 5 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है. पुलिस जांच में दावा किया गया कि छापेमारी के दौरान 400 अश्लील वीडियो और तस्वीरें मिली हैं.