अविश्वास प्रस्ताव के प्रश्न पर नीतीश कुमार ने बोला कि सरकार की ओर से पीएम को बोलना चाहिए. पीएम को तो बार-बार बोला जा रहा है,
जो घटना वहां घटी है उस पर ध्यान दीजिए.
देखिए कैसे महिला को निवस्त्र कर दिया गया. विपक्ष इकट्ठा होकर बोल रहा है, लेकिन इस पर तो कुछ बोलते नहीं है, बोलना ना चाहिए. वहां जवाब देना चाहिए. इस लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है.
विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर पीएम के आक्रमण पर सीएम ने पलटवार करते हुए बोला कि कितना खतरा हो गया है उनको आप समझ लीजिए. पहले पटना फिर बेंगलुरु में हम लोग मीटिंग किए. आगे और बाकी चीज होगी. हमारा तो सुझाव है कि जल्दी से जल्दी एक-एक चीज पर बात कर लेनी चाहिए. कौन कहां से लड़ेगा, फिर पॉलिसी बनाएंगे. आगे देश हित में कार्य करेंगे, उनको दिक्कत क्या है? 1999 में एनडीए बना. पिछले सालों में कभी एनडीए की बैठक हुई है? अब विपक्ष ने चूंकि गठबंधन बना दिया तो घबराहट में बैठक कर रहे हैं. कई पार्टी को मिला लिए, उस पार्टी को कोई जानता तक नहीं है.वहीं, आगे नीतीश कुमार ने विपक्षी एकत्व पर बोला कि हम लोग एकजुट हो गए हैं, वो देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं. अब इतिहास नहीं बदलेगा, एक बार भी राष्ट्रपिता बापू का नाम यह लोग लेते हैं? पूर्व पीएम वाजपेयी सब ठीक करते थे. आज जब से ये लोग आ गए, पिछले 9 वर्ष से हैं इनका अलग तौर तरीका है. देश के इतिहास को बदलना चाह रहे हैं. पुरानी चीजों को कोई भूल जाएगा. ये लोग कभी एनडीए चलाएं हैं? एनडीए का नाम क्यों ले रहे हैं? ये सब पूर्व पीएम वाजपेयी के वक्त होता था.