सांसद और आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने बोला कि प्रदर्शन हमने भी किया है, हम काफी दिनों तक विपक्ष में रहे थे, लेकिन हम लोग प्रदर्शन करने के लिए बोरी में भरकर मिर्ची नहीं ले जाते थे. अभी गांधी जी होते तो वो भी यही बोलते कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का मतलब यह नहीं होता है कि बोरी में भरकर मिर्ची ले जाओ. मृत्यु किसी की भी हो हमें दुख हुआ. आखिर किसी के घर का चिराग चला गया.
एक व्यक्ति की मृत्यु को इन लोगों (बीजेपी) ने पीपली लाइव बनाकर रख दिया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आगे मनोज झा ने बोला कि बिहार और बिहार के सरोकार को लेकर हम लोगों ने सदन के बाहर और अंदर शिद्दत से लड़ाई लड़ी है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग हम करते रहे हैं. बिहार को अपना अधिकार चाहिए. बिहार को विशेष पैकेज चाहिए. कोई भी योजना केंद्र की मैचिंग ग्रांट से चलती है, लेकिन बिहार को वो नहीं मिलता है. कोई भी योजना जो बिहार सरकार बनाकर भेजती है वो केंद्र सरकार पास नहीं करती है. बिहार का अधिकार मारा जा रहा है.
मनोज झा ने बोला कि जातीय गणना को लेकर भी केंद्र सरकार उदासीन है. जब तक ये गणना नहीं होगी तब तक अंतिम पंक्ति तक बैठे लोगों तक विकास नहीं पहुंचेगा. जातीय गणना पर मोदी सरकार पूरी तरह चुप है. डाकबंगला चौराहे पर हुए लाठीचार्ज को लेकर बोला कि हो सकता है बीजेपी के लोग ही कुछ गुंडे भेजे हों. रघुवर दास के वर्णन का जवाब देते हुए मनोज झा ने बोला कि बीजेपी के लोग तो अंग्रेजों के साथ घूमते थे उन्हें कहां जलियांवाला बाग का पता होगा. रघुवर दास को जलियांवाला बाग कांड देखना है या जनरल डायर का कारनामा देखना है तो वह मणिपुर जाकर देखें.