बिहार में कटिहार जिले के बारसोई बिजली के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस के द्वारा की गई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने फायरिंग की जिसमें 5 लोगों को गोली लगी है।
इसके बाद से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। घटना की सूचना मिलने पर डीएम रवि प्रकाश मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। घटनास्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
दरअसल, बारसोई और आसपास के इलाकों में लोग लगातार बिजली संकट झेल रहे थे। इससे नाराज लोगों ने बुधवार को बारसोई प्रखंड कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने का एलान किया था। बड़ी तादाद में ग्रामीण प्रदर्शन के लिए जुटे थे। उनका कहना था कि बारिश कम होने से खेती पर भारी संकट उत्पन्न हो गया है। राज्य सरकार ने किसानों को खास तौर पर बिजली देने का वादा किया था। लेकिन पूरे इलाके में लगातार बिजली गायब है।
इस कारण से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और मोटर के सहारे खेतों की सिंचाई का उपाय नहीं हो रहा है। एसडीओ कार्यालय के पास विद्युत आपूर्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच झड़प होने लगी। इसी बीच पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की फायरिंग में एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोगों ने बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। मृतकों की पहचान बासल गांव का रहने वाला खुर्शीद आलम (34 वर्ष) के अलावे चापाखोड़ पंचायत के नियाज आलम (32 वर्ष) और एक अन्य शामिल है। ग्रामीणों का कहना है कि लाठीचार्ज में कई लोग घायल भी हुए हैं।
घटना के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि 3 बजे के आसपास वे लोग बिजली विभाग के रवैये के खिलाफ प्रदर्शन करने गए थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि फायरिंग कैसे हुई, इसका आदेश किसने दिया। इसकी जांच कराई जाएगी।