दांगी जाति वर्ष 2015 से बिहार में अति पिछड़ी जाति के रूप में सूचीबद्ध है.
निर्वाचन के बाद प्रतिद्वंदी आरती देवी ने यह दावा करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत 97/2021 दर्ज कराई थी, जिसमें बोला गया था कि निर्वाचित मुखिया पूजा कुमारी दांगी जाति से नहीं आती हैं वह कोइरी जाति से आती हैं. कोइरी जाति अनुसूची 2 में है, जबकि दांगी अनुसूची 1 में है. शिकायत के आलोक में राज्य निर्वाचन आयोग के अनुरोध पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग, अपराध अनुसंधान विभाग को जांच के लिए लिखा गया था. अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा जांच-पड़ताल में जाति प्रमाण पत्र सही नहीं पाया गया, जिसके बाद मुखिया पर यह कार्रवाई की गई है. जांच-पड़ताल के दौरान कई तथ्य सामने आया है. इमामगंज, खीड़ी मोड़, पटना निवासी पूजा के पति संदीप कुमार सिन्हा का बयान था कि वह कोइरी जाति से है, पत्नी दांगी जाति से है. पूजा के परदादा रामू महतो के नाम से 1977 में निर्गत सर्वे खतियान में जाति कोइरी अंकित है.बता दें कि पूजा जब मुखिया निर्वाचित हुई थी तब सोशल मीडिया पर छा गई थीं. हालांकि, खबरों में कोई सत्यता नहीं थी. 2021 में मुखिया बनने के लगभग 6 महीने पूर्व ही उसकी शादी हुई थी. इसी वर्ष पूजा की सास भी पटना जिले में मुखिया निर्वाचित हुई थीं. फिलहाल, मुखिया पूजा के लिए अच्छी सूचना नहीं है. आने वाले दिनों में पूजा की दिक्कतें बढ़ सकती है.