मृतकों की पहचान कचना ओपी निवासी खुर्शीद आलम और मौलानापुर निवासी सोनू कुमार के रूप में की गई है. पोस्टमार्टम कराने आए मृतक सोनू के परिवार वालों ने पुलिस पर प्रश्न उठाया. भाई ने बोला कि क्या सोनू आतंकवादी था या कोई क्रिमिनल था? क्यों पुलिस ने एनकाउंटर की तरह उसके सिर पर गोली चलाई और कत्ल की? वहीं बेसुध पड़ी सोनू की मां रेखा देवी ने अपने दोनों हाथ जोड़कर चिल्ला-चिल्लाकर बेटे की मृत्यु का न्याय मांगने लगी. बोली कि मुझे हर हाल में न्याय चाहिए.इस पूरे मामले में मृतक सोनू के परिवार वालों ने बताया कि वह अपने भाई मोनू को लाने के लिए गया था. मोनू बिजली विभाग में ही डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्य करता है. उसे लाने के लिए सोनू जा ही रहा था कि वह भीड़ का हिस्सा बन गया और पुलिस की गोली का शिकार हो गया. कटिहार मेडिकल कॉलेज में ही उपचार के क्रम में उसकी मृत्यु हो गई.
उधर तीसरे जख्मी मिनहाज को उपचार के लिए सिलीगुड़ी भेजा गया है. उसकी हालत भी गंभीर बताई गई है.
कटिहार के बारसोई अनुमंडल में अनियमित बिजली व्यवस्था को लेकर बीते बुधवार की दोपहर को काफी ज्यादा संख्या में गांव वाले और जनप्रतिनिधि बारसोई प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग एकाएक आक्रोशित हो गए. देखते-देखते घटना ने हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों की बिजली विभाग के कर्मियों से बहस हो गई और बात बढ़ गई. बिजली विभाग के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई. मामला बढ़ने के बाद पुलिस पहुंची. पुलिस ने हवाई फायरिंग की. लाठीचार्ज भी किया. लोगों और मृतकों के परिवार वालों का बोलना है पुलिस की गोली से ही 3 लोग इसके शिकार हुए हैं. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.इधर देर रात्रि सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर डीएम और एसपी मृतक के परिवार वालों से मिलकर ढांढस बंधा रहे थे. मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का यकीन दिलाया है.