बिहार शिक्षा विभाग के हालिया परिपत्रों को लेकर चल रहे तकरार के बीच पटना जिला प्रशासन ने राजधानी पटना के सरकारी स्कूलों में गैरमौजूदगी पाए गए 87 शिक्षकों का एक दिन का तनखाह काटने का निर्देश दिया है. गुरुवार (6 जुलाई) को एक अधिकारी ने इसकी सूचना दी.अधिकारी ने बताया कि बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा 23 जून को लिखे गए एक पत्र के अनुकूल 1 जुलाई से सभी जिलाधिकारियों द्वारा अपने संबंधित क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों का सप्ताह में कम से कम दो बार लगातार निरीक्षण और निगरानी की जाएगी. इस बीच, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने भी 5 जुलाई को वरीय अधिकारियों द्वारा बुलाई गई ऑनलाइन बैठकों में अनुपस्थित रहने के कारण पूर्णिया एवं दरभंगा जिला में तैनात व्याख्याताओं के एक दिन के तनखाह में कटौती करने का निर्देश दिया है.पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को पीटीआई-भाषा को बताया-
"जिला प्रशासन ने जिले के सरकारी स्कूलों के 87 शिक्षकों के एक दिन के तनखाह में कटौती या पाबंदी लगाने का निर्देश दिया है,
क्योंकि वे एक जुलाई से चार बार किए गए निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए थे. अनुपस्थित शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की गई है."जिलाधिकारी ने बोला- "राज्य शिक्षा विभाग के हालिया पत्र के बाद पटना जिले के सभी स्कूलों में सप्ताह में कम से कम दो बार निरीक्षण किया जा रहा है. 5 जुलाई को कुल 487 स्कूलों का निरीक्षण किया गया, इस दौरान 10 शिक्षक गैरमौजूदगी पाए गए. जिले में कुल 3486 सरकारी स्कूल हैं". इन्होंने बोला कि यह सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए एक अभियान के रूप में जारी रहेगा.