उसके बाद में टिकट बनवा कर आरा से दिल्ली के लिए निकल जाउंगा.
मंगलवार को अपने परिजन से उसने मोबाइल से बात भी की थी. उसके बाद बुधवार को उसने फोन नहीं किया. गुरुवार को उसने फोन किया कि मैंने फॉर्म अप्लाई कर दिया है और दिल्ली के लिए टिकट भी ले लिया है. अब आरा से ही दिल्ली चला जाऊंगा.वहीं, दूसरी तरफ मृतक के पिता हरी शंकर दयाल मिश्रा ने बताया कि दो लोगों से खेत को लेकर अनबन चल रहा था. इसको लेकर 8 महीने पहले मारपीट भी हुई थी. इस घटना में बेटे के हाथ टूट गए थे. इस को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी. केस को उठाने के लिए उन लोगों द्वारा दबाव बनाया जा रहा था. इस अनबन में गांव के ही बाघा मिश्रा और लाला मिश्रा द्वारा आरा के लोगों के साथ उनके बेटे की पीट-पीटकर निर्मम कत्ल कर दी गई है और लाश को फेंक दिया गया है. हालांकि पुलिस अपने स्तर से घटना की जांच-पड़ताल में जुट गई है.