इसके पहले शकील अहमद खान ने गुरुवार को भी बड़ा बयान देते हुए बोला था कि बिजली की समस्या को लेकर लोग हफ्तों से आक्रोशित हैं, सवाल-जवाब कर रहे हैं, धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं तो प्रशासन को तो उसकी तैयारी करनी चाहिए थी. आपने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली चलाई है, तो इसलिए ये पुलिस प्रशासन की असफलता है.
2 लोगों की जान चली गई है. एक व्यक्ति अस्पताल में है.
कांग्रेस विधायक ने यह भी बोला कि मृतकों के परिवार वालों को ठीक ढंग से सांत्वना दी जाए. बिजली के हालात जिस तरह के हैं उसको जल्द से जल्द निपटाने का प्रयत्न हो. इतना ही नहीं बल्कि साफ-साफ बताया जाए कि कितने महीने में 24 घंटे तक की बिजली आएगी या इतने सालों में आएगी.
शकील अहमद खान ने बोला कि हमलोग सरकार में हैं तो इसके लिए जिम्मेदार हैं. हमको ये बताना पड़ेगा कि इतनी मात्रा में बिजली नहीं मिलती है. बिहार एक गरीब राज्य है तो हमको बिजली 24 घंटे निरंतर नहीं मिल सकती है. जब तक ये बात हम जनता को बताते नहीं हैं तब तक लोगों के अंदर का रोष समाप्त नहीं होगा. लोगों को लगता है कि इंजीनियर ने काट दिया या विभाग ने काट दिया. ऐसे में जो वारदात हुई है उनके परिवार वालों को मुआवजा दिया जाए. निर्दोष को न फंसाया जाए. जिस तरह से शक्ति का प्रयोग किया गया उसके और भी रास्ते थे. जिसकी जान चली गई वह वापस नहीं आएगी.