सदन से वॉकआउट के बाद विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बात की. इस दौरान इनके साथ बीजेपी के तमाम नेता थे. विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि नीतीश कुमार बोलते हैं भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति है उनकी, लेकिन तेजस्वी को बचा रहे हैं. डिप्टी सीएम तेजस्वी लैंड फॉर जॉब मामले में चार्जशीटेड हैं. सुप्रीम कोर्ट का निर्णय है कि चार्जशीटेड को मंत्रिमंडल में न रखा जाए. तेजस्वी के पास 5 मंत्रालय है.
तेजस्वी को नीतीश कुमार तुरंत हटाएं, लेकिन वह सिद्धांतों से समझौता कर रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में जनादेश एनडीए को मिला था. नीतीश कुमार ने चोर दरवाजे से 2022 में आरजेडी के साथ सरकार बना ली. यह भ्रष्टाचारियों की सरकार है. नीतीश कुमार शर्म करें.
बता दें कि सदन से वॉकआउट करने से पहले बीजेपी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के त्यागपत्र की मांग को लेकर विधानसभा परिसर में बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया था. नीरज बबलू (पूर्व मंत्री, विधायक) ने बोला कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए तेजस्वी को नीतीश कुमार बर्खास्त नहीं कर रहे हैं. भ्रष्टाचारी चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी को नीतीश बचा रहे. क्या यही उनकी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति है? जब बीजेपी से पूछा गया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बोला था कि एनसीपी भ्रष्टाचारियों की पार्टी है, लेकिन अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम बने और एनसीपी के कई नेता मंत्री बने. और इस पर जवाब नहीं दे पाए.