इस मामले पर अंजुमन मुफिदुल इस्लाम नालंदा के उपाध्यक्ष मीर अरशद हुसैन से बातचीत की गई. बातचीत के दौरान इन्होंने बताया कि इस साल रामनवमी जुलूस के दौरान लहेरी थाना क्षेत्र का गगनदीवान मोहल्ला के पास कुछ बाहर से आकर आससामाजिक तत्वों ने विवाद उत्पन्न किया था, विवाद इतना बढ़ गया था कि आससामाजिक तत्वों ने मदरसा में आग लगा दी थी.
मदरसा में रखे धार्मिक ग्रंथ जलकर राख हो गया और मस्जिद को भी क्षतिग्रस्त किया गया था.
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस की कार्रवाई नहीं होने के वजह से फैसला लिया गया कि इस बार गम में मोहर्रम का जुलूस शहर में नहीं निकला जाएगा.आगे मीर अरशद हुसैन ने बताया कि जो लोग मोहर्रम जुलूस निकालने के लिए लाइसेंस लिए हैं वो जिला प्रशासन के दबाव में लिए थे. कोई खुशी से नहीं लिया था. लाइसेंस लेने के बाद भी हमने मोहल्लेवासी से बात की. उन्होंने बोला कि हम समाज के साथ हैं. वहीं, बिहार थानाअध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने फोन पर बताया कि हमारे क्षेत्र के मिरदाद, बैगनाबाद और शेखना मोहल्ले के लोगों ने जुलूस के लिए लाइसेंस लिया है, लेकिन अचानक लोग जुलूस नहीं निकलने की बात बोल रहे हैं. थानाध्यक्ष ने बताया कि हिफाजत का पुख्ता बंदोबस्त है फिर भी लोग जुलूस नहीं निकल रहे हैं. मोहल्लेवासी का बोलना है कि मोहल्ले में ही मोहर्रम पर्व मनाएंगे.