शिक्षा मंत्री को बुलाकर समझाने और हिदायत के बावजूद वे कार्यालय नहीं जा रहे हैं.
मीडिया में शिक्षा मंत्री द्वारा नियम विरुद्ध और अनियमितता किए जाने की खबर चल रही है लेकिन न तो इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है न ही कोई स्पष्टीकरण दिया जा रहा है.
नेता प्रतिपक्ष ने बोला कि सरकार की सभी नीतियां एक एक कर विफल हो गई हैं. शराबबंदी, नल-जल, बालू खनन, मिशन 60, ग्रामीण आवास, कृषि रोड मैप, तटबंध सुरक्षा, बाढ़ निषेधात्मक कार्य, स्पीडी ट्रायल, शिक्षक नियमावली, मुख्यमंत्री जनता दरबार सहित विभिन्न योजनाओं एवम नीतियों में अपारदर्शिता, भ्रष्टाचार और कार्यान्वयन में त्रुटि के कारण लक्ष्य और सफलता की प्राप्ति नहीं हो रही है.बीजेपी नेता ने बोला कि राज्य की जनता जेडीयू-आरजेडी के तकरार में पीस रही है. इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. अफसरों द्वारा जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनने और उन्हें अपमानित किए जाने के वजह से जनता के कामों का निपटारा नहीं हो पा रहा है. इन मुद्दों को चालू विधानसभा सत्र में उठाकर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयत्न सभी विधायकों को करनी चाहिए.