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बेंगलुरु में विपक्षी बैठक को लेकर CM नीतीश क्यों असहज हैं? आरसीपी सिंह ने किया पर्दाफाश

संवाद 


बेंगलुरु में 26 दलों के जुटान पर पक्ष विपक्ष में निरंतर वार पलटवार हो रहा है. इस पर बीजेपी महागठबंधन के नेताओं पर चुटकी ले रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने सोमवार को बोला कि बेंगलुरु में जितने भी महागठबंधन के नेता का महाजुटान (Opposition Parties Meeting) हो रहा है. सभी नेता को एक एक करके देखिएगा पूरी तरह से डेमोरलाइज्ड हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की स्थिति भी कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है. नीतीश कुमार के खुद की पार्टी में बगावत की सुर से असहज जाहिर कर रहे हैं, जितने लोग वहां एकजुट हो रहे हैं वह सब लोग किन्हीं न किन्हीं वजहों से डेमोरलाइज्ड हैं. पटना में सभी को नीतीश बाबू ने लिट्टी चोखा खिलाए थे और वहां नीतीश बाबू इडली डोसा खाने गए हैं, उससे आगे कुछ होने वाला नहीं है.आरसीपी सिंह ने शरद पवार को लेकर बोला कि शरद पवार अपनी टूटती हुई पार्टी को लेकर पूरी तरह से डेमोरलाइज्ड हैं. 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने बोला कि अभी दिल्ली बाढ़ की तबाही की स्थिति है. 

दिल्ली की जनता केजरीवाल अपेक्षा करती है कि यहां रह करके दिल्ली की सेवा करें, लेकिन देखिए अरविंद केजरीवाल बेंगलुरु गए हुए हैं. समझिए कि यह पूरी तरह से डेमोरलाइज्ड हैं. इनके कई साथी जेल के अंदर हैं, वह भी पूरी तरह डेमोरलाइज्ड हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी देखा लीजिए पूरी प्रकार से डिमॉरलाइज़ है, तमिलनाडु के देख लीजिए वहां भी मुख्यमंत्री पूरी तरह डेमोरलाइज्ड हैं.पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बोला कि डेमोरलाइज्ड रहने पर कोई जीत कैसे सकता है? जीतने के लिए मनोबल ऊंचा होना चाहिए. मनोबल इनका क्या ऊंचा होगा? सब तो अपने अपने कारनामों और व्यक्तिगत मामलों में फंसे हुए हैं. आगे इन्होंने बोला कि जहां 26 दलों की बात है. पटना में 17 दल थे. बेंगलुरु में तो जितने छोटे छोटे दल सभी एकजुट हो रहे हैं, आपको तो मैंने पहले भी बता चुका हूं कि 2019 में यूनाइटेड इंडिया के बैनर के तहत कभी जुटान हुआ था. परिणाम क्या आया था टाय-टाय फिस हो गए थे.

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