पूर्व सीएम और 'हम' संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) सोमवार को सुपौल आए. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए इन्होंने बोला कि बिहार सरकार द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार में देरी से लगता है कि कहीं न कहीं कोई अड़चन है, जब संतोष सुमन (Santosh Suman) ने त्यागपत्र दिया तो अगले ही दिन मंत्री पद दूसरे को दे दिया गया, लेकिन जब मंत्रिमंडल विस्तार की बात आई है तो कभी लालू यादव (Lalu Yadav) से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मिलते हैं और कभी विजय चौधरी से मिल रहे हैं. कहीं न कहीं कोई अड़चन और मुसीबत है.जीतन राम मांझी ने बोला कि जब तक सरकार में स्थायित्व नहीं होगा, वहां की जनता खुश नहीं रह सकती है. काम धाम यहां कुछ होता नहीं है रोज तिकड़म बाजी हो रही है.
हमेशा नीतीश कुमार दोहरा मापदंड अपनाते हैं.
मणिपुर में हुई वारदात का जिक्र तो करते हैं लेकिन बेगूसराय की घटना पर कुछ नहीं बोलते हैं. किसनगंज में भी इस तरह की घटना हुई, उस पर क्यों नहीं बोलते? किसी भी स्थान की स्त्री क्यों न हो उनकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है. स्त्री की हिफाजत होनी चाहिए. कहीं भी इस तरह की घटना हो रही है तो इसकी वो घोर निंदा करते.पूर्व मुख्यमंत्री ने बोला कि बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए. इनमें वैसे फूट हो गया है आज न कल ये टूटेंगे और टूट करके अलग हो जाएंगे. वहीं, सुपौल सर्किट हाउस में बड़ी संख्यां में आए स्थानीय कार्यकर्ता और आम लोगों की समस्या से अवगत हुए जीतन राम मांझी ने समाधान का यकीन दिया.