लालू यादव से अब परमिशन लेना पड़ता है.
दौड़-दौड़कर इसलिए वहां जाना पड़ता है. वहीं, सभा को संबोधित करते हुए मंच से कुशवाहा ने बोला कि आने वाले वक्त में कितनी भी परिस्थिति का सामना करना पड़े, लेकिन पहले जैसे झांसे में अब इस जन्म में नहीं आएंगे. वहीं, आरएलजेडी प्रमुख ने बोला कि मीडिया के लोग हमसे प्रश्न करते थे कि जिस समय जेडीयू के साथ थे, उस समय आप बोलते थे कि नीतीश कुमार 'पीएम मैटेरियल' है. इस पर उन्होंने बोला कि उस समय हम कहते थे कि नीतीश कुमार 'पीएम मैटेरियल हैं, लेकिन इसके साथ हमने यह भी बोला था कि बिहार में जेडीयू को नंबर वन बनाते और बिहार में मजूबत होता. उसके बाद बिहार के बाहर भी विस्तार होता. नीतीश कुमार ठीक से कार्य करते तो जेडीयू को बिहार में नंबर वन पार्टी निश्चित रूप से बनाते और इसका विस्तार बिहार से बाहर करते. इससे नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के रेस में सम्मिलित हो सकते थे, लेकिन नीतीश कुमार ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है.