सुशील कुमार मोदी ने बोला कि क्या विपक्ष दिल्ली में ऐसी सरकार चाहता है, जो सर्जिकल स्ट्राइक न कर सके? नीतीश कुमार ने तो धारा-370, सर्जिकल स्ट्राइक, नोट बंदी और जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार का समर्थन किया था.
अब क्या वे अपने निर्णय को गलत मानते हैं?
क्या नीतीश कुमार किसान सम्मान निधि की शुरुआत, फौरी 3 तलाक पर रोक और सामान्य वर्ग के युवाओं को 10 फीसद आरक्षण (ईडब्लूएस कोटा) जैसे ऐतिहासिक निर्णय भी बदल देना चाहते हैं?बीजेपी नेता ने बोला कि यदि हिम्मत हो, तो नीतीश कुमार एलान करें कि यदि उनके मन की सरकार बनी, तो वे जन-धन खाता, वन रैंक-वन पेंशन, गरीबों को मुफ्त राशन और आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं बंद करा देंगे. क्या वे यही परिवर्तन चाहते हैं? नीतीश कुमार दरअसल अपनी कुर्सी में बड़ा परिवर्तन चाहते हैं और उसकी सम्भावना समाप्त हो चुकी है. असली पीड़ा यही है.