शिक्षक अभ्यर्थियों के मुद्दे (Bihar Teacher Protest) को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है. इस मुद्दे पर बुधवार को वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने बोला कि अभ्यर्थियों से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बात करेंगे, जिन मुद्दों पर विचार करने की आवश्यकता होगी उस पर विचार होगा. शिक्षक भर्ती नियमावली में जो परिवर्तन हुआ उसमें शिक्षक अभ्यर्थियों को जो भी समस्या है वह उनसे पूछा जाएगा. मानसून सत्र (Monsoon Session) के बाद नीतीश कुमार शिक्षक अभ्यर्थियों से बातचीत करेंगे. 14 को मानसून सत्र खत्म हो रहा है. नीतीश कुमार शिक्षक अभ्यर्थियों के नेताओं से मिलेंगे. हम शिक्षकों से बोलेंगे कि पढ़ाई का कार्य देखिए. केंद्र सरकार से कोई सहायता नहीं मिल रहा है.विजय कुमार चौधरी ने बोला कि शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए बीजेपी घड़ियाली आंसू बहा रही है और सदन में शिक्षक अभ्यर्थियों के मुद्दे पर बेवजह हंगामा कर रही. केंद्र से बीजेपी सहायता क्यों नहीं दिला देती? शिक्षक अभ्यर्थियों के मसले पर बीजेपी अपनी सियासत चमका रही है. वहीं, तेजस्वी के त्यागपत्र की मांग पर इन्होंने बोला कि चार्जशीट होने से कोई दोषी नहीं हो जाता है? कोर्ट का कोई निर्णय नहीं आया है. चार्जशीट होने पर भी कई बार लोग कोर्ट से बरी हो जाते हैं,
जो बीजेपी के विरुद्ध रहता है केंद्र सरकार जांच एजेंसियों को उनके पीछे लगा देती है.
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा. वित्त मंत्री ने बोला कि एनसीपी को भ्रष्टाचारी पार्टी पीएम बताए थे. एनसीपी के ही नेता महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार में मंत्री बन गए, जो बीजेपी के साथ जाता है वह दूध का धुला हो जाता है. तेजस्वी त्यागपत्र नहीं देंगे. बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई की चार्जशीट में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम है. बीजेपी निरंतर त्यागपत्र की मांग कर रही. वहीं, शिक्षक भर्ती नियमावली में परिवर्तन हुआ है. बिहार में शिक्षक बनने के लिए बिहार का स्थायी निवासी होना अनिवार्य नहीं है. दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी भी शिक्षक बनने के लिए आवेदन दे सकते हैं. शिक्षक अभ्यर्थी भी निरंतर विरोध कर रहे हैं.