अब तो नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव से त्यागपत्र ले लेनी चाहिए.
मुख्यमंत्री में अगर हिम्मत है तो तेजस्वी यादव से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र ले लें. वहीं, एक अन्य प्रश्न के जवाब में कुशवाहा ने बोला कि अभी गंठबंधन के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हुआ है. लोकसभा की कितनी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी? इस प्रश्न पर इन्होंने बोला कि गठबंधन के बाद इस पर फैसला लेंगे. सभी जगह पार्टी की तैयारी चल रही है. सीएम नीतीश कुमार से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में कुशवाहा ने बोला कि लोग सड़क से सदन में जाने के लिए पाला बदलते हैं, जबकि वे जनता के हित में सदन को छोड़कर सड़क पर उतरते हैं और संघर्ष करते हैं. इन्होंने जेडीयू में टूट का दावा किया और कहा कि दो-चार को छोड़कर सभी को लग गया है कि जेडीयू डूबती नाव है. आगे आरजेडी का नाम लिए बिना इन्होंने बोला कि हम 2005 के पहले वाली सरकार को कभी नहीं आने देंगे. वह सरकार गरीबों के अधिकार के साथ घातमारी की है. इन्होंने कार्यकर्ताओं से यह अपील की कि संगठन की मजबूती पर जोर दें. रामफल मंडल को भी याद करते हुए आरएलजेडी के अध्यक्ष ने बोला कि जिला में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद रामफल मंडल के नाम पर होना चाहिए. उसके लिए पार्टी भी प्रयासरत है. उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल से भी मिली भी है. वहीं. यह प्रोग्राम शहर के राजेंद्र भवन में हुआ, जिसकी अध्यक्षता आरएलजेडी के जिलाध्यक्ष चंद्रिका पासवान ने की. प्रोग्राम का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने किया.