इस सर्वे के परिणाम से एनडीए को राहत मिलेगी तो महागठबंधन की चिंता बढ़ने वाली है.
सर्वे में एनडीए को 22 से 24 सीटें मिल सकती हैं, वहीं, महागठबंधन को 16 से 18 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा.
लोकसभा चुनाव में इस बार बिहार की भूमिका खास मानी जा रही है. सीएम नीतीश कुमार एनडीए छोड़ महागठबंधन में सम्मिलित हो गए है और नीतीश कुमार निरंतर विपक्ष को मजबूत करने में लगे हुए हैं. नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के विरोध में विपक्ष से भी एक प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर कार्य कर रहे हैं. नीतीश कुमार अगर इस मिशन में कामयाब हो जाते हैं तो निश्चित ही बीजेपी की परेशानी बढ़ने वाली है. बीजेपी इसे देखते हुए पूरी बल बिहार में झोंकने की रणनीति बना रही है, जिससे नीतीश कुमार की मुहिम को कामयाब बनने से रोका जा सका.
महागठबंधन को 16 से 18 सीटें मिल सकती है.
एनडीए को 22 से 24 सीटें मिल सकती है.
अन्य को 0 सीटें मिलने का अनुमान है.