दिलचस्प बात ये है कि चिराग पासवान इस वक्त एनडीए का हिस्सा नहीं हैं.
वहीं, मिली सूचना के अनुकूल चिराग ने अपनी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के लिए बीजेपी से उन सभी 6 लोकसभा सीटों की मांग की है, जिस पर 2019 के लोकसभा चुनाव में अविभाजित एलजेपी ने जीत प्राप्त की थी. इसके साथ ही चिराग पासवान ने एलजेपी के नेता रहे दिवंगत राम विलास पासवान के पास रही राज्यसभा सीट भी मांगी है. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान के दिल्ली रवाना होने से पहले रविवार (16 जुलाई) को पटना में पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ बैठक हुई, जिसमें ये निर्णय लिया गया.बता दें कि राम विलास पासवान के निधन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी टूट गई. एक धड़े पर चाचा पशुपति पारस ने कब्जा जमा लिया, जिसे नाम दिया राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी. पारस इस वक्त एनडीए का हिस्सा हैं और मंत्री भी हैं. इसके बावजूद, इसके पिछले सप्ताह बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और चिराग पासवान के बीच 2 बार भेंट हुई, जो बता रही है कि बीजेपी एक बार फिर से पुराने साथी को महानता दे रही है.