पासवान ने बोला कि उनकी पार्टी 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी राजग के हिस्से के रूप में लड़ेगी.
बता दें कि चिराग के पिता और दिवंगत दलित नेता रामविलास पासवान के नेतृत्व में अविभाजित लोजपा ने 2019 में छह लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ी थी और बीजेपी के साथ सीट के बंटवारे के तहत उसे राज्यसभा की एक सीट भी मिली थी. युवा नेता चिराग चाहते हैं कि उनकी पार्टी में विभाजन के बावजूद बीजेपी, उसी बंदोबस्त पर कायम रहे. लोजपा में विभाजन के बाद बने दूसरे गुट राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस हैं, जो केंद्र के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं. बता दें कि सोमवार को अमित शाह के आवास पर चिराग पासवान ने भेंट की थी. इस क्रम में दोनों नेताओं में एनडीए गठबंधन और बिहार की सियासत को लेकर वार्तालाप हुई. इस मुलाकात के बाद से ही चिराग पासवान को लेकर बिहार की राजनीतिक में जिक्र तेज हो गई थी.